दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
1)ये बात इक फ़क़ीर भी कह कर चला गया
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकन्दर चला गया
2)पल भर में आशिक़ी का वो मंज़र चला गया
होकर ख़फ़ा जो मुझसे सितमगर चला गया
3)तू वो है जिसको देख के दिल झनझना उठे
क्यों साज़ ऐसा मुझको सुनाकर चला गया
4) महबूब बेवफ़ाई में है आशिक़ी मुहाल
लिखकर ये मेरा हाल सुख़नवर चला गया
5)जिसको ख़ुदा समझते रहे मंतशा वही
जज़्बात ए इश्क़ सारे भुलाकर चला गया
🌹मोनिका मंतशा🌹