कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले
कैसे हो गया बेखबर तू , हमें छोड़कर जाने वाले।
समझा नहीं क्यों दर्द दिल का, दूर हमसे जाने वाले।।
कैसे हो गया बेखबर तू —————————–।।
अब तक रहा नहीं तू , कभी बिन हमारे।
लगा रहा सीने से, हरपल हमारे।।
क्यों छोड़ दी तूने आज मेरी बाँहें।
छोड़कर मेरा साथ, ओ जाने वाले।।
कैसे हो गया बेखबर तू —————————।।
भूल गया कैसे तू , मिलन की कहानी।
टहलना चमन में, अपने लबों की रवानी।।
की थी वफ़ा तूने, सँग जीने की।
तोड़कर मेरा दिल, ओ जाने वाले।।
कैसे हो गया बेखबर तू —————————।।
मंझदार में मुझको, तुमने छोड़ दिया।
मेरी खुशी, मेरा चैन, तुमने लूट लिया।।
बहक गया कैसे, तू राह में।
पकड़ और का हाथ, ओ जाने वाले।।
कैसे हो गया बेखबर तू ————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)