Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2023 · 1 min read

दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो

दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
बस कोई ऐसा एक हो जो दिल से नेक हो।

1 Like · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sonu sugandh
View all
You may also like:
Who Said It Was Simple?
Who Said It Was Simple?
R. H. SRIDEVI
जीवन दया का
जीवन दया का
Dr fauzia Naseem shad
खतडु कुमाउं गढ़वाल के बिच में लड़ाई की वजह या फिर ऋतु परिवर्तन का त्यौहार
खतडु कुमाउं गढ़वाल के बिच में लड़ाई की वजह या फिर ऋतु परिवर्तन का त्यौहार
Rakshita Bora
प्रेम।की दुनिया
प्रेम।की दुनिया
भरत कुमार सोलंकी
दिलकश
दिलकश
Vandna Thakur
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
वो न जाने कहाँ तक मुझको आजमाएंगे
वो न जाने कहाँ तक मुझको आजमाएंगे
VINOD CHAUHAN
तख्तापलट
तख्तापलट
Shekhar Chandra Mitra
राम की मंत्री परिषद
राम की मंत्री परिषद
Shashi Mahajan
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
"कर्म और भाग्य"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे सनम
मेरे सनम
Shiv yadav
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
3257.*पूर्णिका*
3257.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
sushil sarna
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
बेशक हुआ इस हुस्न पर दीदार आपका।
Phool gufran
निश्छल प्रेम
निश्छल प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
होता अगर पैसा पास हमारे
होता अगर पैसा पास हमारे
gurudeenverma198
সেয়াহৈছে সফলতা
সেয়াহৈছে সফলতা
Otteri Selvakumar
श्याम के ही भरोसे
श्याम के ही भरोसे
Neeraj Mishra " नीर "
कुछ कहमुकरियाँ....
कुछ कहमुकरियाँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
“एक शाम ,
“एक शाम ,
Neeraj kumar Soni
संस्कार में झुक जाऊं
संस्कार में झुक जाऊं
Ranjeet kumar patre
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
बुरे लोग अच्छे क्यों नहीं बन जाते
Sonam Puneet Dubey
World tobacco prohibition day
World tobacco prohibition day
Tushar Jagawat
हर मनुष्य के अंदर नेतृत्व की भावना होनी चाहिए।
हर मनुष्य के अंदर नेतृत्व की भावना होनी चाहिए।
Ajit Kumar "Karn"
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
Pramila sultan
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
गुमनाम 'बाबा'
Loading...