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17 Dec 2022 · 1 min read

दिल में एक डर सा हैं

दिल में एक डर सा है
जो मेरा है
वो भी खो जाएगा
सब सही मगर
कुछ हो जाएगा
जिंदगी ने इतने धक्के दिए हैं
की हर लम्हे में उसकी आहट महसूस होती है
सब ठीक लगता है मगर फिर भी जिंदगी रोती है
हर खुशी में भी एक डर महसूस होता है कि ये खो जाएगी
जो नहीं होनी थी बात वही बात हो जाएगी
खुशियों के साथ उसका खो जाने का डर भी आता है
परायों से शिकायत क्या ही करूं दिल तो अपने से घबराता है
कब किस क्षण किस घड़ी में क्या हो जाए
मेरी मुस्कान हट कर कब ना जाने आंसू निकल आए
मेने खोया वो सब जिसकी चाहत थी मुझे
मुझे छोड़ा है उसके होने से राहत थी मुझे
अब जिंदगी, जिंदगी नहीं एक बोझ लगती है
मेरी मुस्कुराहते मेरे दर्द को ढकती है
मिलना तो होता है उनसे पर वो बात नहीं
वो होते हैं साथ मगर फिर भी मेरे साथ नहीं।

Language: Hindi
108 Views
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