कर्मठता के पर्याय : श्री शिव हरि गर्ग
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kya kahun ki kahne ko ab kuchh na raha,
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।