Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2022 · 1 min read

दिल मुझसे लगाकर,औरों से लगाया न करो

दिल मुझसे लगाकर,औरों से लगाया न करो,
इस तरह से जख्मों पर नमक लगाया न करो।

खुद मुल्जिम हो,इल्जाम मुझ पर लगाते हो,
इस तरह से चोरी का इल्जाम लगाया न करो।

गुजर चुकी है सारी हदें,मुझे अब सताने की,
हम तो पहले ही सताए है और न सताया करो।

इंतजार करते करते,थक गई है ये आंखें मेरी,
नींद भरी आंखों को,अब और न जगाया करो।

फैल चुके हर जगह,हमारी मोहब्बत के अफसाने,
कसम खाओ,इनको अब और न फैलाया करो।

रस्तोगी क्या बेखबर है इन सभी अफसानों से,
खबरदार,इन अफसानों को और न बताया करो।।

1 Like · 1 Comment · 529 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
तेरे होने से ही तो घर, घर है
तेरे होने से ही तो घर, घर है
Dr Archana Gupta
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
🙅कमाल का धमाल🙅
🙅कमाल का धमाल🙅
*प्रणय*
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process  and अच्छे resou
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process and अच्छे resou
पूर्वार्थ
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Manisha Manjari
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
" वक्त "
Dr. Kishan tandon kranti
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
" रागी "जी
राधेश्याम "रागी"
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
खुशनसीब
खुशनसीब
Naushaba Suriya
आओ हिंदी सीखें....
आओ हिंदी सीखें....
गुमनाम 'बाबा'
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
मोहब्बत की आख़िरी हद, न कोई जान पाया,
Rituraj shivem verma
तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है ।
Diwakar Mahto
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
प्यासा पानी जानता,.
प्यासा पानी जानता,.
Vijay kumar Pandey
उसे खो दिया जाने किसी के बाद
उसे खो दिया जाने किसी के बाद
Phool gufran
आज मेरिट मजाक है;
आज मेरिट मजाक है;
पंकज कुमार कर्ण
गुम है
गुम है
Punam Pande
*जीवन का सार यही जानो, सच्चाई जीवन में घोलो (राधेश्यामी छंद
*जीवन का सार यही जानो, सच्चाई जीवन में घोलो (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
Day moon
Day moon
Otteri Selvakumar
*मेरी रचना*
*मेरी रचना*
Santosh kumar Miri
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
Ajit Kumar "Karn"
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...