Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2024 · 1 min read

तुझ से बस तेरा ही पता चाहे

तुझ से बस तेरा ही पता चाहे
ज़िन्दगी तुझसे और क्या चाहे
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 35 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
छठि
छठि
श्रीहर्ष आचार्य
जजमैंटल
जजमैंटल
Shashi Mahajan
नया बर्ष आया है, खुशियों का पिटारा लाया है।
नया बर्ष आया है, खुशियों का पिटारा लाया है।
Phoolchandra Rajak
" मन मेरा डोले कभी-कभी "
Chunnu Lal Gupta
* प्रभु राम के *
* प्रभु राम के *
surenderpal vaidya
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम आओ एक बार
तुम आओ एक बार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
उठो नारियो जागो तुम...
उठो नारियो जागो तुम...
Sunil Suman
श्याम नाम
श्याम नाम
Sonu sugandh
मेरा नाम .... (क्षणिका)
मेरा नाम .... (क्षणिका)
sushil sarna
आखिर इतना गुस्सा क्यों ? (ग़ज़ल )
आखिर इतना गुस्सा क्यों ? (ग़ज़ल )
ओनिका सेतिया 'अनु '
अच्छे समय का
अच्छे समय का
Santosh Shrivastava
शादी अगर जो इतनी बुरी चीज़ होती तो,
शादी अगर जो इतनी बुरी चीज़ होती तो,
पूर्वार्थ
" माटी की कहानी"
Pushpraj Anant
एक तरफ मां के नाम पर,
एक तरफ मां के नाम पर,
नेताम आर सी
3348.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3348.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
पिपासित
पिपासित
Akash Agam
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
Rj Anand Prajapati
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
दो-दो कुल की मर्यादा हो...
दो-दो कुल की मर्यादा हो...
आकाश महेशपुरी
दोस्तो को रूठकर जाने ना दो...
दोस्तो को रूठकर जाने ना दो...
Jyoti Roshni
मूर्खता
मूर्खता
Rambali Mishra
प्रदुषण का प्रभाव
प्रदुषण का प्रभाव
Seema gupta,Alwar
"" *मन तो मन है* ""
सुनीलानंद महंत
#शुभ_दीपोत्सव
#शुभ_दीपोत्सव
*प्रणय*
आज फ़िर
आज फ़िर
हिमांशु Kulshrestha
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
उठ कबीरा
उठ कबीरा
Shekhar Chandra Mitra
तू ही हमसफर, तू ही रास्ता, तू ही मेरी मंजिल है,
तू ही हमसफर, तू ही रास्ता, तू ही मेरी मंजिल है,
Rajesh Kumar Arjun
Loading...