दिल आइना
दिल अरमानों का आईंना—
दिल की क्या बात
कभी खुश कभी नाराज
खुशी गम दिल की गहराई
जज्बात।।
चाहत के मील जाने पर
दिल बाग बाग
दिल आईंना देखता
सिर्फ खूबसूरत ख्वाब।।
दिल की खुशियों के बान
हज़ार मुरादों की हकीकत
दिल दुनियां का चमकता
सूरज चाँद ।।
हरियाली खुशहाली का
चमन बहार मील जाते जब दो दिल
जीवन मधुबन खुशी बाहर।।
मिलते ही है दो दिल जब
जब मन विचार व्यवहार
समान।।
दो दिलो का एक दूजे में
मिल जाना ही प्रेम प्यार
मिल जाते जब दो दिल
एक दूजे के साथ ।।
विलय दो हस्ती का
दोस्ती मित्रता प्रेम प्यार
समान के रिश्तो का साक्षात्कार।।
दिलों की चाहत में न होता कोई मकसद स्वार्थ दिलों की चाहत दिल
गहराई जज्बे की आवाज।।
दिल दिल पर मरता दीवानों सा परवानों सा जलता दुनिया मे रौशन
इश्क हुश्न मोहब्बत का दीदार।।
दिल की मुस्कान से दुनियां वाकिफ दिल दिल की आवाज
नही दरमियाँ फासले
नई जोश जश्न की चाह
राह।।
दिल टुटता होती नही
आवाज़ बाहारों का चमन
उजड़ता जिंदगी वीरान।।
मकसद मंजिल का पता
पूछता भटकता इंसान
टूटे दिल के टुकड़े हज़ार।।
लाख जोड़ना चाहे कोई
दिल का हर टुकड़ा दिल
अरमानों का बिखरा संसार।।
दिल ना टूटे दिल ना रूठे दिल की ही दुनियां जिंदगी प्यार मोहब्बत
हुश्न हकीकत का सहकार।।