“दरख़्त”
“दरख़्त”
कभी हुआ करता था
यहॉं पर एक दरख़्त
तब आबाद थी सरजमीं
चिड़ियों के घोंसले
पक्षियों का कलरव
बच्चों के झूले
कि देखने वालों के मन छू ले।
“दरख़्त”
कभी हुआ करता था
यहॉं पर एक दरख़्त
तब आबाद थी सरजमीं
चिड़ियों के घोंसले
पक्षियों का कलरव
बच्चों के झूले
कि देखने वालों के मन छू ले।