Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

** दम्पति ***

मेरी पत्नी अक्सर
मुझसे पूछा करती
दम्पति का मतलब
मैं हरबार टाल देता
वो नाराज़ होती
आप हिंदी पढ़ाते हो
फिर भी नही बताते
आज मैंने दम भरा
चाहे कुछ भी हो
पत्नी रूठे तो रूठे
मैं बोला भागवान
जब तक पति के
पास हो सम्पति
तब तक पति में
दम रहता है
बेचारा… ..अपने
दम पर अपनी
लाज बचाता है
घर की बात बाहर
नही बताता है
नाम पूछते है
घरवाली का तो
नाम लाजवन्ती
बतलाता है
जैसे तैसे अपने
दम पर गृहस्थी
की गाडी चलाता
पति का जब तक
निकले ना दम
तब तक दोनों
मिलकर दम्पति
कहलाते हैं ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 381 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
"मां बनी मम्मी"
पंकज कुमार कर्ण
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
राजसूय यज्ञ की दान-दक्षिणा
राजसूय यज्ञ की दान-दक्षिणा
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
मैं तो महज बुनियाद हूँ
मैं तो महज बुनियाद हूँ
VINOD CHAUHAN
*सुप्रसिद्ध हिंदी कवि  डॉक्टर उर्मिलेश ः कुछ यादें*
*सुप्रसिद्ध हिंदी कवि डॉक्टर उर्मिलेश ः कुछ यादें*
Ravi Prakash
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
Dr MusafiR BaithA
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
Shweta Soni
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
पूर्वार्थ
रामराज्य
रामराज्य
कार्तिक नितिन शर्मा
सच्ची दोस्ती -
सच्ची दोस्ती -
Raju Gajbhiye
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
आवश्यक मतदान है
आवश्यक मतदान है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
Shakil Alam
कुछ पल
कुछ पल
Mahender Singh
💐प्रेम कौतुक-402💐
💐प्रेम कौतुक-402💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
डा० अरुण कुमार शास्त्री
डा० अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
"औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
sushil sarna
* भावना स्नेह की *
* भावना स्नेह की *
surenderpal vaidya
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
Tarun Singh Pawar
पुरातत्वविद
पुरातत्वविद
Kunal Prashant
मन
मन
Happy sunshine Soni
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
Loading...