Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2023 · 1 min read

लम्हें हसीन हो जाए जिनसे

लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
वो कुछ पल तुमसे उधार चाहिए।
अरमान है दिल का बस आखिरी
तुमसे इक मुलाकात चाहिए
शिव प्रताप लोधी

1 Like · 304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from शिव प्रताप लोधी
View all
You may also like:
जीवन से ओझल हुए,
जीवन से ओझल हुए,
sushil sarna
अलविदा
अलविदा
Dr fauzia Naseem shad
मानवता
मानवता
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कैसे बचेगी मानवता
कैसे बचेगी मानवता
Dr. Man Mohan Krishna
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
मां
मां
Manu Vashistha
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
* इस धरा को *
* इस धरा को *
surenderpal vaidya
*** आप भी मुस्कुराइए ***
*** आप भी मुस्कुराइए ***
Chunnu Lal Gupta
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
कवि रमेशराज
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमारा सफ़र
हमारा सफ़र
Manju sagar
*सम्मति*
*सम्मति*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
इस मुकाम पे तुझे क्यूं सूझी बिछड़ने की
इस मुकाम पे तुझे क्यूं सूझी बिछड़ने की
शिव प्रताप लोधी
पूछो हर किसी सेआजकल  जिंदगी का सफर
पूछो हर किसी सेआजकल जिंदगी का सफर
पूर्वार्थ
याद आते हैं वो
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
पड़ोसन के वास्ते
पड़ोसन के वास्ते
VINOD CHAUHAN
#सामयिक_ग़ज़ल
#सामयिक_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
2952.*पूर्णिका*
2952.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आंखों में
आंखों में
Surinder blackpen
मैं  गुल  बना  गुलशन  बना  गुलफाम   बना
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
Pramila sultan
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
Arvind trivedi
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
'चो' शब्द भी गजब का है, जिसके साथ जुड़ जाता,
'चो' शब्द भी गजब का है, जिसके साथ जुड़ जाता,
SPK Sachin Lodhi
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...