Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

था एक शख्स

हर वक्त की मैं बात नही करता…
मगर कभी अचानक से तो,
कोई बात याद आती होगी…

था एक शख्स,
नाम ना जाने क्या था उसका…
ऐसा सोच कर बेचैनी तो छा जाती होगी… ?

हम तो गुमसुम हो जाते है अक्सर
जब भी जिक्र तेरा होता है कहीं
तुम्हे भी मेरे जिक्र पर
कभी तो मायूसी सताती होगी…

हर वक्त की मैं बात नही करता…
मगर कभी अचानक से तो,
कोई बात याद आती होगी…….

122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चुनौती  मानकर  मैंने  गले  जिसको  लगाया  है।
चुनौती मानकर मैंने गले जिसको लगाया है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
बेटी
बेटी
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
निलय निकास का नियम अडिग है
निलय निकास का नियम अडिग है
Atul "Krishn"
"खाली हाथ"
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मोहब्बत का पहला एहसास
मोहब्बत का पहला एहसास
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ममत्व की माँ
ममत्व की माँ
Raju Gajbhiye
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
कवि रमेशराज
शब्द
शब्द
Sangeeta Beniwal
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
4442.*पूर्णिका*
4442.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेरंग दुनिया में
बेरंग दुनिया में
पूर्वार्थ
ठंड
ठंड
Ranjeet kumar patre
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
VEDANTA PATEL
हर दुआ में
हर दुआ में
Dr fauzia Naseem shad
"बेटी"
Dr. Kishan tandon kranti
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
*नगर अयोध्या ने अपना फिर, वैभव शुचि साकार कर लिया(हिंदी गजल)
*नगर अयोध्या ने अपना फिर, वैभव शुचि साकार कर लिया(हिंदी गजल)
Ravi Prakash
आज़ के रिश्ते.........
आज़ के रिश्ते.........
Sonam Puneet Dubey
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
Ragini Kumari
तू
तू
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
A last warning
A last warning
Bindesh kumar jha
Loading...