“त्याग की देवी-कोशी”
“त्याग की देवी-कोशी”
कौन कहता है
जंगल के इंसानों से बेहतर हैं
सभ्य-शिक्षित लोग,
हम लोग करते हैं प्रेम मगर
वे करते हैं शोध।
ये रूहानी शब्द है
उस त्याग की देवी कोशी का।
“त्याग की देवी-कोशी”
कौन कहता है
जंगल के इंसानों से बेहतर हैं
सभ्य-शिक्षित लोग,
हम लोग करते हैं प्रेम मगर
वे करते हैं शोध।
ये रूहानी शब्द है
उस त्याग की देवी कोशी का।