Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2023 · 1 min read

*हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं (हिंदी गजल)*

हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं (हिंदी गजल)
———————————————-
(1)
भतीजों पर लुटाने प्यार, घर आती बुआऍं हैं
हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं
(2)
पिता-बाबा के बीते संग, इनको याद किस्से हैं
इसी से संस्कारों को, निभा पाती बुआऍं हैं
(3)
पिता-बाबा के आँगन में, पली हैं यह मधुर कलिका
महक से मैके की ससुराल, महकाती बुआऍं हैं
(4)
पुराना छिड़ गया किस्सा, तो फिर किस्से नहीं थमते
हजारों याद बचपन वाली, दोहराती बुआऍं हैं
(5)
ढलीं संयम के सॉंचे में, दादी और बाबा के
पुराने दौर के इतिहास, की थाती बुआऍं हैं
———————+———
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मैं चाँद को तोड़ कर लाने से रहा,
मैं चाँद को तोड़ कर लाने से रहा,
Vishal babu (vishu)
मनुष्य तुम हर बार होगे
मनुष्य तुम हर बार होगे
Harish Chandra Pande
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagawan Roy
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
दोहा-
दोहा-
दुष्यन्त बाबा
प्यार का मौसम
प्यार का मौसम
Shekhar Chandra Mitra
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
3225.*पूर्णिका*
3225.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
** पहचान से पहले **
** पहचान से पहले **
surenderpal vaidya
💐प्रेम कौतुक-364💐
💐प्रेम कौतुक-364💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
स्वीकारोक्ति :एक राजपूत की:
स्वीकारोक्ति :एक राजपूत की:
AJAY AMITABH SUMAN
माँ शारदे
माँ शारदे
Bodhisatva kastooriya
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
"तुम भी काश चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
दोहा
दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
❤बिना मतलब के जो बात करते है
❤बिना मतलब के जो बात करते है
Satyaveer vaishnav
"सपनों का सफर"
Pushpraj Anant
बम बम भोले
बम बम भोले
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*जादू – टोना : वैज्ञानिक समीकरण*
*जादू – टोना : वैज्ञानिक समीकरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुझको बे'चैनियाँ जगा बैठी
मुझको बे'चैनियाँ जगा बैठी
Dr fauzia Naseem shad
कुछ लोग अच्छे होते है,
कुछ लोग अच्छे होते है,
Umender kumar
Loading...