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19 Apr 2024 · 1 min read

“तेरी खामोशियाँ”

“तेरी खामोशियाँ”
बेचैन सी कर जाती है
कभी- कभी ये तेरी खामोशियाँ,
तेरी अँखियों के शहर में
इसलिए तबीयत कुछ नासाज है।

4 Likes · 4 Comments · 93 Views
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