Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2018 · 1 min read

तेरा इशक

तेरा इशक चढा गया मुझ को सलीब पर।
शक करते रहे लोग,मेरे हर रकीब पर।

तुम गर किस्मत मे होते,तो मिल ही जाते,
बात आकर अटकी बस,मेरे नसीब पर।

हैरां थे लोग ,मेरा ऐसा हाल यूँ देख कर,
अटक गई हर नजर मेरे हाल अजीब पर।

सोचते रहे लोग कातिल का मेरे बस नाम
शुभा किसी को न था मेरे किसी करीब पर।

चाँदी की दीवार न बसतोड़ पाया था मै,
मुफलिसी ने कहर तोड़ा था गरीब पर।

दुशमन तो सब शको शुभा मे थे शामिल,
शक किसी का नही था मेरे हबीब पर।
सुरिंदर कौर

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 497 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अन्हारक दीप
अन्हारक दीप
Acharya Rama Nand Mandal
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
Phool gufran
तुम सात जन्मों की बात करते हो,
तुम सात जन्मों की बात करते हो,
लक्ष्मी सिंह
हर जगह मुहब्बत
हर जगह मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
शेखर सिंह
*माता चरणों में विनय, दो सद्बुद्धि विवेक【कुंडलिया】*
*माता चरणों में विनय, दो सद्बुद्धि विवेक【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
पातुक
पातुक
शांतिलाल सोनी
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
पहला प्यार
पहला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
A little hope can kill you.
A little hope can kill you.
Manisha Manjari
“अकेला”
“अकेला”
DrLakshman Jha Parimal
2671.*पूर्णिका*
2671.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
न्याय तो वो होता
न्याय तो वो होता
Mahender Singh
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
दफ़न हो गई मेरी ख्वाहिशे जाने कितने ही रिवाजों मैं,l
दफ़न हो गई मेरी ख्वाहिशे जाने कितने ही रिवाजों मैं,l
गुप्तरत्न
HAPPY CHILDREN'S DAY!!
HAPPY CHILDREN'S DAY!!
Srishty Bansal
हम ख़्वाब की तरह
हम ख़्वाब की तरह
Dr fauzia Naseem shad
दुआ
दुआ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
झूठा घमंड
झूठा घमंड
Shekhar Chandra Mitra
बंधन यह अनुराग का
बंधन यह अनुराग का
Om Prakash Nautiyal
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
#सनातन_सत्य
#सनातन_सत्य
*Author प्रणय प्रभात*
उस रावण को मारो ना
उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
Loading...