तुम वहीं हो
जो तुम दिल की बात कर रहे हो.
मेरी हसरतों को गुलजार कर रहे हो.
मुझ से जुङी तेरी मोहब्बत की इनायत.
तुम वही हो जो बदनाम कर रहे हो.
धिरे – धिरे बिखर जाऊँगा.
तेरी सोहबर में गुजर जाऊँगा.
मुझे यक़ीन मेरी मोहब्बत.
तुम वही हो जो दिल से मुहाल कर रहे.
खो बैठा हु, खुद को..
दिल की जमी बर्फ में.
अपनी मोहब्बत से संभाल लो.
तुम वहीं हो जो बदनाम कर रहे हो.
अवधेश कुमार राय…