तुमसे ही आशा मेरी
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
आज तुमको हैं ये बताना
कल के कर्णधार तुम्ही हो
जैसे मेने तुमको शिखाया
वैसे ही तुम करते चलना
देश की रक्षा की खातिर ही
मैने तुमको हैं आज सवारा
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
ये जो घर मे माँ होती हैं
किस्मत वालो को मिलती हैं
उसकी सदा तुम इज्जत करना
उससे बड़ा कोई और न जग में
रातों को उसने जाग जाग के पाला
उसने तुम्हे इस चमन का गुलदस्ता बनाया
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
सचाई के मार्ग पे चलना
नित फिन आगे बढते जाना
अपना कर्म ओरो की भलाई
ये ही बस विस्वास बनाना
मेरी सारी सिख को तुम बस
साथ लिए ही बढ़ते जाना
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
छोड़ के झूठी जात पात को
सबको गले लगाके चलना
नित दिन सबको प्यार लुटाना
सुख दुख में तुम सबका साथ निभाना
सब से सीखो अच्छी बातें
कभी किसी से बैर न रखना
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
मेरे जीवन की आस तुम्ही से
अब नया इतिहास तुम्ही से
जहां भी गहरा अँधियारा हो
तुम उजीयारा बनके उठना
अपनी मां के राजदुलारे बन
सबके लिए दीपक तुम बनना
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
तुमसे ही हैं आशा मेरी तो
उसपर तुम खरा उतरने वाले
रंग बदलती इस दुनिया मे
बस तुम एक ही रंग में रहना
अपने बड़ो का सम्मान सदा ही
बस तुमको करते हैं चलना
झूट कभी मत बोलना जीवन मे
चाहे कष्ट भले ही आये
नही टिकेगा वो सच के सामने
आओ मेरी आँख के तारो
मेरे प्यारे राज दुलारे
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद