तुमसे प्यार है मुझे!
तुमसे प्यार है मुझे!
मोह नहीं है, तुमसे सतरंगी प्यार है मुझे,
तुम्हारे सच झूठ पर ऐतबार है मुझे,
तुम मानो या ना मानो मर्ज़ी तुम्हारी,
तुम जैसे हो वैसे स्वीकार हो मुझे!
तुमसे नहीं मिलूं तो बेचैन रहती हूँ,
तुमसे मिलकर भी बेचैनी जाती नहीं!
मेरे जीने की अनोखी वजह हो तुम,
मेरी धड़कनों की नशीली सदा हो तुम,
मोह नहीं है, तुमसे सुरमई प्यार है मुझे,
तुम्हारे सपनों पर इख़्तियार है मुझे,
तुम मानो या ना मानो मर्ज़ी तुम्हारी,
तुम जैसे हो वैसे स्वीकार हो मुझे!
तुम्हें देख लूँ तो खुमारी जाती नहीं,
तुम्हें ना देख पाऊँ तो बेक़रार रहती हूँ मैं!
तुमसे ही खुशी मेरी तुमसे ही मेरे गम,
कायम है तुमसे मेरी हसरतों का दम,
मोह नहीं है,तुमसे जादुई प्यार है मुझे,
तुम्हारे मेरे रिश्ते का इज़हार है मुझे
तुम मानो या ना मानो मर्ज़ी तुम्हारी,
तुम जैसे हो वैसे स्वीकार हो मुझे!
हाँ ,लेकिन तुम मुझे अनदेखा करो,
अगर तुम मुझ पर अंदेशा करो,
तुम बेवजह मेरा दिल दुखाओ,
तुम खामखाँ मुझसे पर्दा करो,
ये बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है मुझे
मोह नहीं है,तुमसे जादुई प्यार है मुझे
एक,दो बार नहीं बारम्बार है मुझे!
Sonal Nirmmal Nammita