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3 May 2024 · 1 min read

चंद पल खुशी के

दिल में कुछ अरमान संजोए रखता हूँ ,
इक एहसास सा महकाए रखता हूँ ,

वो गुज़रे हसीन लम्हों की यादें ,
सोज़ -ए – पिन्हाँ जगाती वो बरसातें ,

ज़ुल्फ़ों से टपकती बूंदों से उनके बदन की
वो नज़ाकत,
वो भीगा हुस्ऩ -ए – सरापा , नरगिसी निगाहों की
वो शरारत ,

वो भड़के हुए जज़्बात ,
सिमटे हुए वो दिलकश अंदाज़ ,

उन हसीन लम्हों के तसव्वुर में डूब जाना
चाहता हूँ ,
इस गर्दिश-ए-दौराँ में चंद पल खुशी के चुराना
चाहता हूँ ।

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
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