– तुझमें रब दिखता है –
– तुझमें रब दिखता है –
प्रेम का प्रतिमान दिखता है,
प्रेम की पराकाष्ठा दिखती है,
ईश्वर का रूप जो है प्रेम,
तुझमें ईश्वर का वास दिखता है,
तुझमें ही मेरा जहां,
तुझमें ही है मेरी जान,
तुझमें मेरा
हमसफर दिखता है,
तुझमें मेरी कामना दिखती है,
तुझमें मेरी आकांक्षा लगती है,
तुझमें ही मुझे रब दिखता है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान