– तलाश जारी है –
– तलाश जारी है –
उसकी याद मेरे दिलो दिमाग में बारी – बारी से आ रही ,
मेरे मन को मेरे तन को वो बहुत सता रही ,
वो है कहा कहा वो चली गई,
लंबा अरसा हो गया मिलती नही लगता है कही खो गई,
उससे मिलकर बहुत कुछ बतियाना है,
उसकी तारीफ में हमे चांद को लाना है,
उसके केशो को काली घटा बतलाना है,
उसकी आंखों के समंदर में फिर से डूब जाना है,
उसकी धड़कन में बस जाना है,
कहा चली गई वो रूठकर मुझसे उसको फिर से पाना है,
तलाश भरत की जारी है,
गहलोत उससे खुद को मिलाना है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान