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24 Jul 2024 · 1 min read

“तरुवर”

“तरुवर”
जंगल में आग न लगाओ मित्रों
वरना मैं नाहक जल जाई,
वन्य जीवन मुझ पर अवलम्बित
मैंने ही सारी प्रकृति सजाई।

3 Likes · 2 Comments · 40 Views
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