तरंगिणी की दास्ताँ
नदियों के लहरों की प्राकृतिक सुखद अनुभूति,
दिल को आनंदित करे है अथाह जल विभूति।
पानी की लहरों से मानो गुजरती चतुर्दिक राहें,
हर नदी के हृदय में डूबी सैकड़ों सिसकियाँ और चाहें ।
नदियों के किनारों पर बसी घाटों की शांतिमय कांति,
मंदिरों के घंटियों की सुरीली आवाज दे सभी को विश्रांतिI
नदियों की लहरों में छुपी ऐतिहासिक रहस्यमयी कहानियां ,
जो कही ना सुनी किसीने, वक्त के पन्नों पर अंकित निशानियाँI
देखा है क्या तुमने उन नदियों पर थिरकती रौशनी कभी,
झूमती अल्हड़ हिल्लोल क्षितिज की बाँहों में डोलती सभी।