तब मत आना
“तब मत आना”
जब मैं पांच तत्वों में विलीन हो जाऊं,
तब मत आना।
जब मैं अलविदा कह जाऊं,
तब मत आना।
मेरे आखिरी सफर के हमसफ़र ,
बनकर ए-दोस्त मत आना।
सोशल मीडिया पर जब नयी पोस्ट करुं,
तो लाइक वाला बटन मत दबाना।
मेरी “फोल्लोवेर्स” लिस्ट में,
अपना नाम मत दर्ज करवाना।
तरह-तरह की “इमोजी़स”डालकर,
झूठा साहस मत बढ़ाना।
हां, मुझसे मिलने का दिल हो अगर,
दो पल फुर्सत के निकाल कर
मेरे घर चले आना।
ना जाने कब बुलावा आ जाए
खुदा के घर से,
फिर रोकर दिल मत दुखाना ,
हाँ, मुझे ऑफलाइन मिलने जरूर आना।
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✍©अरुणा डोगरा शर्मा