झिटकू-मिटकी
अमर-प्रेम कहानी के पात्र
झिटकू-मिटकी नाम,
कांस्य की इस कला प्रतिमा ने
विदेशों में बनाई पहचान।
इस घड़वा कला की प्रसिद्धि में
जयदेव बघेल अग्रणी नाम,
राष्ट्रपति से पुरस्कृत शख्स का
है कोण्डागाँव मुकाम।
झिटकू-मिटकी प्रेम कथा की
है किवदन्ती विद्यमान,
केशकाल के पेंड्रावण्ड गॉंव के
अमिट प्रेम महान।
पति झिटकू की सहसा मौत से
मिटकी रह गई हैरान,
फिर तालाब में कूदकर दे दी थी
मटकी ने अपनी जान।
झिटकू-मिटकी की पूजा से
होते लोक कल्याण,
है पूरे बस्तर के जनमानस में
इनका बहुत सम्मान।
(मेरी सप्तम काव्य-कृति : ‘सतरंगी बस्तर’ से)
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
हरफनमौला साहित्य लेखक
टैलेंट आइकॉन- 2022