Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2024 · 1 min read

“झाड़ू”

“झाड़ू”
अनेक गुणों की खान हूँ,
मैं स्वच्छता की पहचान हूँ।
घर से लेकर संसद तक,
गर्दिशें दूर करता तमाम हूँ।

1 Like · 1 Comment · 24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
जाने  कैसे दौर से   गुजर रहा हूँ मैं,
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
Harminder Kaur
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तोल मोल के बोलो वचन ,
तोल मोल के बोलो वचन ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
Buddha Prakash
उसने
उसने
Ranjana Verma
हिंदी है पहचान
हिंदी है पहचान
Seema gupta,Alwar
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
Ragini Kumari
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
कदम रखूं ज्यों शिखर पर
कदम रखूं ज्यों शिखर पर
Divya Mishra
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मां का हृदय
मां का हृदय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"वक्त-वक्त की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
नारी जीवन
नारी जीवन
Aman Sinha
दान
दान
Mamta Rani
वह एक वस्तु,
वह एक वस्तु,
Shweta Soni
आया होली का त्यौहार
आया होली का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
2963.*पूर्णिका*
2963.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐ मेरे हुस्न के सरकार जुदा मत होना
ऐ मेरे हुस्न के सरकार जुदा मत होना
प्रीतम श्रावस्तवी
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
प्रार्थना
प्रार्थना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेले चैती के शुरू, दिखती धूसर धूल (कुंडलिया)
मेले चैती के शुरू, दिखती धूसर धूल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
कृष्णकांत गुर्जर
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
वायरस और संक्रमण के शिकार
वायरस और संक्रमण के शिकार
*Author प्रणय प्रभात*
" क़ैदी विचाराधीन हूँ "
Chunnu Lal Gupta
Loading...