Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

*जो न सोचा वो हूँ*

जो न सोचा होगा तुमने उसे जो करके दिखाया ,वो साहसी हूँ मैं।

गुरु दक्षिणा में जिसने दिया अँगूठा दान , वो एकलव्य हूँ मैं।

बलिदान देकर करें जो सरहद की सुरक्षा ,वो जवान हूँ मैं।

स्याही से लिखी शब्दों से बनी जो कहानी ,वो कलम हूँ मैं।

मिट्टी से बनी पयजल योग्य जो बनाया, वो सुराही हूँ मैं।

बिताए अपने साथियों के साथ जो पल, वो याद हूँ मैं।

आकाश में सूरज, चाँद, सितारों से बना जो आशियाना, वो बह्ममाण हूँ मैं।

लाड प्यार कर आँचल से जो लगाए, वो माँ हूँ मैं।

रंग- बिरंगे काग़ज़ों कन्नो से बँधी भरे जो उड़ान, वो पतंग हूँ मैं।

अच्छें विचारों का अनुसरण कर अपने आचरण में जो झलकाए, वो संस्कार हूँ मैं।

ज्ञान का पाठ पढ़।कर काबिल जो बनायें , वो शिक्षक हूँ मैं।

अग्नि में तपकर आभूषण जो बनाए ,वो सुनार हूँ मैं।

जो न सोचा होगा वो हूँ मैं।।
*******************
😇 डॉ॰ वैशाली✍🏻

Language: Hindi
1 Like · 104 Views
Books from Dr. Vaishali Verma
View all

You may also like these posts

मन
मन
पूर्वार्थ
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
मैं सफ़ेद रंग हूं
मैं सफ़ेद रंग हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
दोहे . . . .
दोहे . . . .
sushil sarna
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
कविता
कविता
Rambali Mishra
"कुटुंब विखंडन"
राकेश चौरसिया
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
षड्यंत्रों की कमी नहीं है
Suryakant Dwivedi
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
" तेरा तोहफा"
Dr. Kishan tandon kranti
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
Sanjay ' शून्य'
..........अर्थ हीन......
..........अर्थ हीन......
Mohan Tiwari
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
*मारा लो रावण गया, रामचंद्र के हाथ (कुंडलिया)*
*मारा लो रावण गया, रामचंद्र के हाथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राम नाम की लहर
राम नाम की लहर
dr rajmati Surana
#प्रसंगवश😢
#प्रसंगवश😢
*प्रणय*
"आगाज"
ओसमणी साहू 'ओश'
नदी तट पर मैं आवारा....!
नदी तट पर मैं आवारा....!
VEDANTA PATEL
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अब तो जाग जाओ। ~ रविकेश झा
अब तो जाग जाओ। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
آنسوں کے سمندر
آنسوں کے سمندر
अरशद रसूल बदायूंनी
देते हैं जो मशविरा
देते हैं जो मशविरा
RAMESH SHARMA
कान्हा को समर्पित गीतिका
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
Shekhar Chandra Mitra
आरज़ू है
आरज़ू है
Dr fauzia Naseem shad
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
वो दौर था ज़माना जब नज़र किरदार पर रखता था।
शिव प्रताप लोधी
" अहम से वहम तक ,, ( The mental troma ) Part 1😞😞
Ladduu1023 ladduuuuu
2677.*पूर्णिका*
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
Loading...