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15 Nov 2021 · 1 min read

जेहनी खुदकुशी

जब तुम्हीं को नहीं पाना
जब तुम्हीं से नहीं मिलना
तो मेरी ज़िंदगी का
मतलब क्या है आख़िर!
जब तुम्हीं को नहीं देनी
जब तुम्हीं से नहीं लेनी
तो मेरी उस ख़ुशी का
मतलब क्या है आख़िर!!
बेहतर है तोड़ दूं क़लम
बेहतर है फूंक दूं किताब
और जेहनी तौर पर
मैं खुदकुशी कर लूं आज!
जब तुम्हीं को नहीं पढ़नी
जब तुम्हीं को नहीं सुननी
तो मेरी शायरी का
मतलब क्या है आख़िर!!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
#brokenheart
#Copyright

Language: Hindi
150 Views
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