जीवन तो सुख- दुख का संसार है
जीवन तो सुख- दुख का संसार है
राहें मजबूत कर लो रे साथी ।
वफा से वफादारी कर लो रे साथी,
नहीं तो अकेला पड़ जाओगे रे साथी ।
छोड़ो कल की सुंदर पल को,
मेरे साथ जोड़कर , मुझको थाम लो रे साथी ।
संसार की पगडंडी की राह है, नहीं आसान,
सात फेरों का वचन से निभा लो रे साथी ।
आने वाले परिस्थितियों को जान लो और भाप लो,
तूफान की आहट पहचान लो रे साथी ।
हर पल को जी लो रे साथी
ताजी हवा की सरसराहट ले लो रे साथी ।
सांसो में सांस लेकर रे साथी
जीवन की मजा ले लो रे साथी।
गौतम साव