जीवन की कहानी
जीवन की कहानी
पाँच तत्त्वों में सीमित हमारी जिंदगानी है।
पृथ्वी,अग्नि,आकाश,हवा और पानी है।
यही जीवन की कहानी है।
जीवन हर क्षण युद्ध कुरुक्षेत्र है
जिसमें सत्य को विजय दिलानी है।
यही जीवन की कहानी है।
विजय भी संभव है तो पराजय भी मुमकिन,
कभी शय तो कभी मात, जीवन की कहानी है।
यही जीवन की कहानी है।
जीवन संघर्ष है,लड़ना होगा खुद से और औरों से
बिना संघर्ष जीवन निर अर्थ और बैमानी है।
यही जीवन की कहानी है।
दूसरों की कृपा पर आश्रित, सुन प्यारे तेरा जीवन।
अदला बदली, लेन देन से जीवन बना नुरानी है।
यही जीवन की कहानी है।
जीवन जुआं,हैं हम सब जुआरी
जीतनी कभी तो,हार जानी है
यही जीवन की कहानी है।
जीवन आशा और आशा ही जीवन।
जीवन पहेली और सहेली सुहानी
यही जीवन की कहानी है।
है कभी हंसाती और कभी रुलाती
कभी कभी लहर तुफानी है
यही जीवन की कहानी है।
कभी उलझाती कभी राह दिखाती
कभी ठहरे तालाब सी, कभी नदी उफानी है।
यही जीवन की कहानी है।
नीलम शर्मा