जीवन का सफर
जीवन के सफर में
मुश्किलें भी बहुत हैं,
रास्ते भी बहुत हैं,
पत्थर भी बहुत हैं,
हार मानकर रूकने
वाले भी बहुत हैं,
संघर्ष करके जीतने
वाले भी बहुत हैं।
फिर डर किस बात का है,
जब हिम्मत भी बहुत है,
जुनून भी बेहद़ है।
गिराने वाले भी बहुत हैं,
उठाने वाले भी बहुत हैं।
उस राह को भुलाने की
गलती मत कर बैठना,
कि भटकाने वाले भी
बहुत हैं।
राह दिखाने वाले भी
बहुत हैं,
हार कभी ना मानना,
क्योंकि रास्ते भी बहुत हैं,
मंजिलें भी बहुत हैं।
एक राह पर जो चल पडो़,
तो रुक कभी ना जाना,
कि ठोकरें भी बहुत हैं,
उसके बाद खुशियां भी बहुत हैं।