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14 Jul 2024 · 1 min read

“जीवन का गूढ़ रहस्य”

“जीवन का गूढ़ रहस्य”
जीवन का गूढ़़ रहस्य…
धीरे-धीरे जान रहा हूॅं।
ये ज़िंदगी इतनी आसान नहीं…
ये अब मैं मान रहा हूॅं।
आनेवाली कठिनाइयों से
मुकाबला के लिए हूॅं तैयार,
आज ये मैं ठान रहा हूॅं।
…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 49 Views
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