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8 Dec 2021 · 1 min read

“जीवन एक दर्पण हो”

“जीवन एक दर्पण हो”
—————————

हर जीवन , एक दर्पण हो।
सबके दिल में समर्पण हो।
मानव की हो, सच्ची नीति;
देशहित में, सब अर्पण हो।
*********************

स्वरचित सह मौलिक;
……✍️पंकज कर्ण
……….कटिहार।।।

Language: Hindi
3 Likes · 792 Views
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