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12 Apr 2024 · 1 min read

मन में संदिग्ध हो

मन में संदिग्ध हो
रिश्तों मे खोट हो तो
अच्छे रिश्तों मे भी दरार आ हीं जाती है
ऋतुराज वर्मा

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