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28 Oct 2024 · 1 min read

“जिन्दगी बदलें”

“जिन्दगी बदलें”
मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है।
ऐसी स्थिति में क्यों ना हम
अपना मानसिक नजरिया बदल कर
अपनी जिन्दगी बदलें।

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