Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2017 · 1 min read

जिन्दगी का राज

कल जो हमारे साथ
चला करता था
ऊंगली पकड़कर,
आज कतराते है वह
हमारे हाथ थामने को,
टाल देते है हमें
अक्सर किसी बहाने से ,
सामने रहकर भी
कितने दूर रहने लगे
हम उन कमबख्तों से ;
कुछ न कहेंगे हम
ढालो तुमलोग सितम
हम पर चाहे जितना आज,
सजा तो मिलेगी तुम्हें भी
पता चलेगा तब
क्या होती है
जिन्दगी का राज?

Language: Hindi
313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पापा जी
पापा जी
नाथ सोनांचली
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
बातों का तो मत पूछो
बातों का तो मत पूछो
Rashmi Ranjan
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
सच तो ये भी है
सच तो ये भी है
शेखर सिंह
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
Bhupendra Rawat
जिन्दगी ....
जिन्दगी ....
sushil sarna
कठिन परीक्षा
कठिन परीक्षा
surenderpal vaidya
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
कहाॅं तुम पौन हो।
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
शहीद रामफल मंडल गाथा।
शहीद रामफल मंडल गाथा।
Acharya Rama Nand Mandal
I hide my depression,
I hide my depression,
Vandana maurya
दुआ पर लिखे अशआर
दुआ पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
वक्त-वक्त की बात है
वक्त-वक्त की बात है
Pratibha Pandey
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
"दीप जले"
Shashi kala vyas
"किसान"
Slok maurya "umang"
कर
कर
Neelam Sharma
2692.*पूर्णिका*
2692.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*क्या देखते हो *
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
आर.एस. 'प्रीतम'
"आखिर क्यों?"
Dr. Kishan tandon kranti
संसद उद्घाटन
संसद उद्घाटन
Sanjay ' शून्य'
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
एक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार
Neeraj Agarwal
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
बढ़े चलो ऐ नौजवान
बढ़े चलो ऐ नौजवान
नेताम आर सी
Loading...