Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#9 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
285 Followers
Follow
Report this post
27 Oct 2024 · 1 min read
” जिक्र “
” जिक्र ”
जो खो गया उसका अब मत करो जिक्र,
ये क्यों नहीं बताते कि तूने पाया बहुत।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 42 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
कुछ यूं जिंदगी की मौज लिए जा रही हूं,
Jyoti Roshni
क़ुदरत : एक सीख
Ahtesham Ahmad
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
4605.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
Rj Anand Prajapati
चाय
Sangeeta Beniwal
ये चांद सा महबूब और,
शेखर सिंह
तुझमे कुछ कर गुजरने का यहीं जूनून बरकरार देखना चाहता हूँ,
Ravi Betulwala
नमन वंदन सदा करता।
अरविंद भारद्वाज
आ ख़्वाब बन के आजा
Dr fauzia Naseem shad
मैं "परिन्दा" हूँ........., ठिकाना चाहिए...!
पंकज परिंदा
नारी शक्ति
Rajesh Kumar Kaurav
हटी तीन सौ सत्तर की, अलगाववाद की धारा
Ravi Prakash
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
ख्वाईश
Mansi Kadam
कर्मपथ
Indu Singh
बहुत कुछ बोल सकता हु,
Awneesh kumar
Even the most lovable, emotional person gets exhausted if it
पूर्वार्थ
धूल रहे ना मन आंगन
Sudhir srivastava
क्या चरित्र क्या चेहरा देखें क्या बतलाएं चाल?
*प्रणय*
- बारिश के मौसम का आना -
bharat gehlot
तू ही मेरा रहनुमा है
Monika Arora
जो नि: स्वार्थ है
Mahetaru madhukar
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
कविता
Bodhisatva kastooriya
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
suyashcaritam rajasahab
Baba Ramnath Utakrsh Mahavidylay Balpur Kharaila
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
सत्य की खोज
Dr. Priya Gupta
Loading...