जिंदगी
कभी मुश्किल तो,
कभी आसान है जिंदगी,
कभी उदासी कभी
खुली मुस्कान है जिंदगी।
कभी बिखरी बिखरी सी है,
कभी सिमटी हुई ज़हान है जिंदगी
कभी कभी अंजान राहों की,
अजीब सी मुकाम है जिंदगी।
कभी लगती प्यारी सी है,
कभी कड़वी एहसासों की नाम है जिंदगी।
कभी-कभी लगती ठोकरों,
बहते आंसुओं से बदनाम है जिंदगी।
इरादा क्या है? ऐ जिंदगी तेरा,
तू हीं बता मुझे!
ऐसे क्यों तड़पाती है !
अपनी दी हुई खूबसूरत पल को
क्यों चुरा ले जाती है!
ऐ जिंदगी तू हीं बता मुझे!!