Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

“जांबाज़”

“जांबाज़”
तिरंगे की हिफाज़त में
जो कुरबान होते हैं,
हमारे मुल्क की
वो ही पहचान होते हैं।
मौत से सगाई कर
जिसने ब्याह तलक रचा ली,
उन अमर सपूतों के
सारा देश कद्रदान होते हैं।

3 Likes · 3 Comments · 99 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

आप मुझे महफूज
आप मुझे महफूज
RAMESH SHARMA
ज़माने की नजर में बहुत
ज़माने की नजर में बहुत
शिव प्रताप लोधी
वो हमें भूल ही नहीं सकता
वो हमें भूल ही नहीं सकता
Dr fauzia Naseem shad
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
Phool gufran
शैतान मन
शैतान मन
Rambali Mishra
लफ्जों को बहरहाल रखा...!!
लफ्जों को बहरहाल रखा...!!
Ravi Betulwala
सौ सदियाँ
सौ सदियाँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
*आदित्य एल-1मिशन*
*आदित्य एल-1मिशन*
Dr. Priya Gupta
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
Neelofar Khan
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
किसी और से नहीं क्या तुमको मोहब्बत
किसी और से नहीं क्या तुमको मोहब्बत
gurudeenverma198
हर दिन माँ के लिए
हर दिन माँ के लिए
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बदलाव जरूरी है
बदलाव जरूरी है
Padmaja Raghav Science
प्रेम के वास्ते
प्रेम के वास्ते
Mamta Rani
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
कान्हा तेरी नगरी, आए पुजारी तेरे
कान्हा तेरी नगरी, आए पुजारी तेरे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रहो तुम प्यार से जुड़कर ,
रहो तुम प्यार से जुड़कर ,
DrLakshman Jha Parimal
परम सत्य
परम सत्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्यार लुटाती प्रेमिका
प्यार लुटाती प्रेमिका
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मत (वोट)की महत्ता
मत (वोट)की महत्ता
Rajesh Kumar Kaurav
छठ पूजन
छठ पूजन
surenderpal vaidya
"गमलों की गुलामी में गड़े हुए हैं ll
पूर्वार्थ
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
Umender kumar
3744.💐 *पूर्णिका* 💐
3744.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
Jyoti Roshni
Loading...