“जांबाज़”
“जांबाज़”
तिरंगे की हिफाज़त में
जो कुरबान होते हैं,
हमारे मुल्क की
वो ही पहचान होते हैं।
मौत से सगाई कर
जिसने ब्याह तलक रचा ली,
उन अमर सपूतों के
सारा देश कद्रदान होते हैं।
“जांबाज़”
तिरंगे की हिफाज़त में
जो कुरबान होते हैं,
हमारे मुल्क की
वो ही पहचान होते हैं।
मौत से सगाई कर
जिसने ब्याह तलक रचा ली,
उन अमर सपूतों के
सारा देश कद्रदान होते हैं।