Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2024 · 1 min read

*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*

जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)
________________________
1)
जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं
सितारे भाग्य के हमको, जिताते हैं हराते हैं
2)
मिलन है भाग्य में जिससे, लिखा जितना नियति ने है
भले रोके जमाना-भर, सितारे पर मिलाते हैं
3)
किसी ने देवताओं को, नहीं देखा मगर फिर भी
सुकोमल और सज्जन एक, छवि उनकी बनाते हैं
4)
हृदय की भावनाओं को, न रोको तो ही अच्छा है
भरेंगे बॉंध यदि ज्यादा, तबाही फिर मचाते हैं
5)
जगत में मृत्यु-जीवन क्रम, सदा से ही सुनिश्चित है
चले जाते पुराने हैं, नए फिर लोग आते हैं
————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
गीत
गीत
Shiva Awasthi
आपकी सोच जैसी होगी
आपकी सोच जैसी होगी
Dr fauzia Naseem shad
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
सजल नयन
सजल नयन
Dr. Meenakshi Sharma
💐प्रेम कौतुक-448💐
💐प्रेम कौतुक-448💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
■ समझो रे छुटमैयों...!!
■ समझो रे छुटमैयों...!!
*Author प्रणय प्रभात*
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
शीर्षक:
शीर्षक: "ओ माँ"
MSW Sunil SainiCENA
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"सुकून"
Dr. Kishan tandon kranti
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
SURYA PRAKASH SHARMA
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Sakshi Tripathi
किसको सुनाऊँ
किसको सुनाऊँ
surenderpal vaidya
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
शिव प्रताप लोधी
कौन है जिम्मेदार?
कौन है जिम्मेदार?
Pratibha Pandey
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
Ravi Prakash
माफी
माफी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
నమో నమో నారసింహ
నమో నమో నారసింహ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार।
अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बसंत
बसंत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
कवि रमेशराज
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...