“जलन”
“जलन”
ताज्जुब यह कि
जलन के चलते
कोयले की तरह
खुद को इंसान
भस्म कर देने तक को
हर पल आतुर,
समझ नहीं आता
ये कैसी इंसानी फितूर?
“जलन”
ताज्जुब यह कि
जलन के चलते
कोयले की तरह
खुद को इंसान
भस्म कर देने तक को
हर पल आतुर,
समझ नहीं आता
ये कैसी इंसानी फितूर?