******जय श्री खाटूश्याम जी की*******
******जय श्री खाटूश्याम जी की*******
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हम खुश हैँ हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
पुलकित हर्षित तन-मन हमारे वारे न्यारे हैँ।
खाटू की गोदी मे बाबा श्याम का बसेरा है,
हो रोशन वहाँ जा कर मिट जाता अंधेरा है,
मोर्वीनन्दन श्याम धणी दीनों के सहारे हैँ।
हम खुश है हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
दुखियों का दुख हरने कलयुग में है आया,
शीश का महादानी सुख-दुख का सरमाया,
निज कर कमलों से सोये नसीब निखारे हैँ।
हम खुश है हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
मोह माया के बन्धन से नाता है तोड़ लिया,
तीन बाण धारी सांवरे से नाता जोड़ लिया,
तुम से ही जीवन मेरा चढ़ा महल चुबारे हैँ।
हम खुश है हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे है।
शाम सवेरे मै तो जय श्री श्याम जाप करूँ,
हर पल मन ही मन श्याम साँवरा नाम धरूँ,
खाटूनरेश ने दे दर्शन मन में मैल निखारे हैँ।
हम खुश हैँ हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैं।
खाटू वाले श्याम की नीले घोड़े की सवारी,
केशव चंदन से तिलक बढ़ी शोभा निराली,
काम अटके अगर मेरा तेरी और निहारे हैँ।
हम खुश हैँ हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
तेरे दर चल कर आया मनसीरत सवाली,
खुशियों से है भर दी झौली थी मेरी खाली,
डूबों को यहाँ आ कर मिल गये किनारें हैँ।
हम खुश हैँ हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
हम खुश है हमारे यहाँ खाटूश्याम पधारे हैँ।
पुलकित हर्षित तन-मन हमारे वारे न्यारे हैँ।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)