Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2017 · 1 min read

जय भारती

क्यों न करूँ मैं
गर्व देश पर,
धन्य हुआ मैं
यहाँ जन्म लेकर,
गीत गाऊँ मैं
अपने देश के,
गर्व से कहूं
जय भारती!
जय भारती!

कितनी पावन धरती है
यहां पत्थर भी
पूजे जाते है,
हर नर में राम
जहाँ हर नारी में
सीता बसती है!

लोग यहाँ के
एकदम निराले,
दुश्मन को भी
सीने से लगाते,
भेदभाव नहीं यहाँ
सभी एक समान है,
हर जाति धर्म के
यहाँ लोग मिलेंगे
सब का नाता एक है!

फिर क्यों न कहूँ
मैं सीना ताने
अपना देश महान है,
माँ है मेरी
भारत जननी,
गर्व से कहूं
जय भारती!
जय भारती!

Language: Hindi
672 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*तू ही  पूजा  तू ही खुदा*
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तैराक हम गहरे पानी के,
तैराक हम गहरे पानी के,
Aruna Dogra Sharma
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
Hitanshu singh
हिन्दी दोहे- चांदी
हिन्दी दोहे- चांदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#परिहास
#परिहास
*प्रणय प्रभात*
चांद पर उतरा
चांद पर उतरा
Dr fauzia Naseem shad
“बदलते भारत की तस्वीर”
“बदलते भारत की तस्वीर”
पंकज कुमार कर्ण
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
कान्हा भक्ति गीत
कान्हा भक्ति गीत
Kanchan Khanna
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
Harminder Kaur
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपनी सोच का शब्द मत दो
अपनी सोच का शब्द मत दो
Mamta Singh Devaa
रास्ते
रास्ते
Ritu Asooja
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
Phool gufran
गजल ए महक
गजल ए महक
Dr Mukesh 'Aseemit'
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
राजयोग आलस्य का,
राजयोग आलस्य का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मईया का ध्यान लगा
मईया का ध्यान लगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भले ई फूल बा करिया
भले ई फूल बा करिया
आकाश महेशपुरी
सफर जब रूहाना होता है
सफर जब रूहाना होता है
Seema gupta,Alwar
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
Radhakishan R. Mundhra
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
पुष्पेन्द्र पांचाल
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
किताबे पढ़िए!!
किताबे पढ़िए!!
पूर्वार्थ
*मुनिया सोई (बाल कविता)*
*मुनिया सोई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हमें यह ज्ञात है, आभास है
हमें यह ज्ञात है, आभास है
DrLakshman Jha Parimal
फेसबुक गर्लफ्रेंड
फेसबुक गर्लफ्रेंड
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरे सनम
मेरे सनम
Shiv yadav
Loading...