Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2023 · 1 min read

जब तुम आना ज़िन्दगी

सुनो ज़िंदगी
तुम जब भी आना
विंड चाइम हिला कर
गुड लक लाना।
बरसा देना मेरे आँगन में
थोड़ी सी धूप,
थोड़ी सी छाँव।
बना देना मेरे घर को
थोड़ा सा शहर
थोड़ा सा गाँव।
बजाना मेरे कानों में
माँ की चूड़ियों का संगीत।
जो पापा गुनगुनाते थे
फिर से गाना वही गीत।
मेरे बच्चों के लिए लाना
मुस्कुराहटें और सुकून
पहाड़ जितनी खुशियां
दुख न्यून से न्यून।
जब मुझे गुडबाय करने आओ
तो फिर से विंडचाइम हिलाना।
मेरी बड़ी सी लाल बिंदी
साड़ी चटख लाल
माँग में सिन्दूर ,माँ की गर्म शाल।
कोई भी सामान छोड़ कर न आना
बस ज़रा धीरे धीरे
चुपके चुपके आना।
कोई तंग न हो परेशान न हो।
किसी की भी आँख के लिए
आँसू न लाना।
** धीरजा शर्मा***

1 Like · 108 Views
Books from Dheerja Sharma
View all

You may also like these posts

हम
हम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
व्याकरण कविता
व्याकरण कविता
Neelam Sharma
कितना अजीब ये किशोरावस्था
कितना अजीब ये किशोरावस्था
Pramila sultan
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इक ग़ज़ल जैसा गुनगुनाते हैं
इक ग़ज़ल जैसा गुनगुनाते हैं
Shweta Soni
मैं खुद से ही खफा हूं ..
मैं खुद से ही खफा हूं ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
हर वो शख्स खुश रहे...
हर वो शख्स खुश रहे...
Ravi Betulwala
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
Ravikesh Jha
मोहब्बत सच्ची है..
मोहब्बत सच्ची है..
पूर्वार्थ
3701.💐 *पूर्णिका* 💐
3701.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नज़र  से मय मुहब्बत की चलो पीते पिलाते हैं
नज़र से मय मुहब्बत की चलो पीते पिलाते हैं
Dr Archana Gupta
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
Karuna Bhalla
तुम बिन
तुम बिन
Rambali Mishra
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
कविता
कविता
Nmita Sharma
दलीदर
दलीदर
आकाश महेशपुरी
#छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)*
#छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)*
*प्रणय*
Story of homo sapient
Story of homo sapient
Shashi Mahajan
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
Sunil Suman
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
मन में जीत की आशा होनी चाहिए
मन में जीत की आशा होनी चाहिए
Krishna Manshi
जाये तो जाये कहाँ, अपना यह वतन छोड़कर
जाये तो जाये कहाँ, अपना यह वतन छोड़कर
gurudeenverma198
" याद बनके "
Dr. Kishan tandon kranti
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
VINOD CHAUHAN
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
sushil sarna
The Bench
The Bench
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दिवाली क्यों मनाई जाती है?
दिवाली क्यों मनाई जाती है?
Jivan ki Shuddhta
माँ शारदे
माँ शारदे
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
Loading...