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2 Feb 2024 · 1 min read

छोटी सी बात

हम अक्सर
बड़ी – बड़ी बातें
करते हैं।
बड़ी समस्याओं
के विषय में सोचते हैं।

और – नकार देते हैं
छोटी – छोटी बातों
छोटी – छोटी चीजों
को सिरे से।

फिर एक दिन
बिल्कुल अचानक
ये छोटी बातें
आ खड़ी होती हैं
हमारे समक्ष
किसी बड़ी समस्या
के रूप में।

हम मुँह उठाए अवाक
देखते रह जाते हैं उन्हें
और – तब उठता है
मन में यह सवाल
आखिर इन छोटी बातों
के विषय में हमने
पहले क्यों नहीं सोचा..??

रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
वर्ष :- २०१३.

Language: Hindi
49 Views
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