छाया युद्ध
छाया के साथ
युद्ध करते थे
सुनो मेरे युवा भारत….
अँधेरे में सिर्फ तेरी परछाई
देखते मत रहो
आप…छाया को नहीं जानते
हकीकत समझ नहीं आती
परछाई को हकीकत समझना
तुम्हें धोखा मिलेगा…
तो – सावधान रहें
तुम अपने सपनों से
आज़ाद हो जाओ और हकीकत में लड़ो…
वह तुम्हारा जीवन है
आप वास्तव में सार्थक जीवन जिएंगे…
और आपकी छाया भी वैसी ही होगी
तुम युद्ध से मुक्त हो जाओगे…
जीवन संघर्ष है
यह तो आप समझ जायेंगे
धीरे से फिर भी मजबूती से
+ ओत्तेरी सेल्वा कुमार