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4 May 2024 · 1 min read

जन्मपत्री

जिंदों की भी नहीं होनी चाहिए
मुर्दों की तो होती नहीं जन्मपत्री
जबकि जन्मपत्री वाले ही मुर्दा बनते हैं
ब्राह्मण-दिमाग की उपज होती है यह गंदगी
जो फैल पसर कर
हर कोटि के अंधविश्वासी मनुष्य को
मतांध बना जाती है
और करती होती है निरर्थक व अनर्थक हस्तक्षेप
उसकी ज़िंदगी के मरहले में।

Language: Hindi
14 Views
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