“छछून्दर”
“छछून्दर”
चूहा सा दिखता छछून्दर,
रह लेता घर के भी अन्दर।
जो मिलता वह खा लेता है,
चिक-चिक गाना गा लेता है।
भूल भुलैया सा सुरंग बनाता,
चूहा- झींगुर चट कर जाता।
“छछून्दर”
चूहा सा दिखता छछून्दर,
रह लेता घर के भी अन्दर।
जो मिलता वह खा लेता है,
चिक-चिक गाना गा लेता है।
भूल भुलैया सा सुरंग बनाता,
चूहा- झींगुर चट कर जाता।