“चुनाव सुधारों के जनक”
दसवें मुख्य चुनाव आयुक्त रहे
टी.एन. शेषन नाम,
चुनाव सुधार के क्षेत्र में उसने
किये उल्लेखनीय काम।
भारत में मतदाता पहचान पत्र
उन्हीं के पहल से आया,
चुनाव आयोग की भूमिका से
सबको परिचित कराया।
देश को भ्रष्टाचार मुक्त कराने
हर हद को लांघा,
किसी के भी खिलाफ जाने का
जुनून उसने साधा।
सन् 1996 में पदमुक्त होने पर
देशभक्त ट्रस्ट बनाया,
भारत के भूत-भविष्य आलेख
काफी प्रसिद्धि पाया।
एक ऐसा चुनाव आयुक्त जिससे
प्रधानमंत्री तक घबराए,
निर्वाचन आयोग की ख्याति में
उसने चार चाँद लगाए।
(मेरी 51वीं काव्य-कृति : ‘मसीहा’ से)
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
सर्वाधिक होनहार लेखक के रूप में
विश्व रिकॉर्ड में दर्ज।